20 गांवों की जमीन पर बनेगी नई स्मार्ट सिटी

ब्लिट्ज ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब एक नई हलचल शुरू होने वाली है। सरकार ने राज्य में एक और बिल्कुल नया शहर बसाने का फैसला लिया है। इसके लिए 20 गांवों की जमीन ली जाएगी। यूपी वैसे भी सबसे ज्यादा आबादी वाला प्रदेश है। लगातार यहां विकास के नए-नए काम हो रहे हैं। अब यह नया शहर पूरे इलाके का रंग-रूप बदल सकता है। सुविधाएं, नौकरी और कारोबार, इन सबकी बौछार भी होगी, इसमें कोई दो राय नहीं है।
खुली जगह पर बनेगा नया शहर
सरकार के प्लान के मुताबिक, यह नया शहर एकदम खाली और खुली जगह पर बनने जा रहा है। इसके लिए पूरे 20 गांवों की जमीन को इसमें शामिल किया जा रहा है। प्रशासन ने इन गांवों को चिन्हित कर लिया है और हर गांव के किसानों और जमीन मालिकों से बातचीत की जा रही है।
जमीन अधिग्रहण का तरीका
जिनका खेत या मकान इसमें आ रहा है, उन्हें सरकार पूरा मुआवजा देने का वादा कर रही है। जमीन का भाव मार्केट से बेहतर दिया जाएगा, साथ ही जिनको घर से हटना पड़ेगा उन्हें दोबारा बसाने की भी योजना बनाई जा रही है। गांव के बुजुर्ग और किसान पंचायतों से सलाह ली जा रही है कि सब काम शांतिपूर्ण तरीके से हो, किसी को कोई परेशानी न हो। अगर किसी किसान की जमीन जाएगी, तो उसे काफी बढ़िया मुआवजा मिल जाएगा और फिर वे उस पैसे से किसी और जगह ज्यादा खेत खरीद पाएंगे।
क्या-क्या होगा नए शहर में?
ये कोई छोटा-मोटा कस्बा नहीं, एकदम प्लानिंग से बसा शहर होगा। सरकार का कहना है कि यहां हर गली में पक्की सड़कें होंगी। बिजली-पानी चौबीस घंटे मिलेगा। बच्चों के लिए स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, बाजार, मंदिर-मस्जिद, पार्क – सबकुछ एकदम पास में मिलेगा। आसपास के छोटे उद्योग, दूध डेयरी, ट्रांसपोर्ट, सब्ज़ी मंडी भी खुलेंगे।
किसको होगा सबसे बड़ा फायदा?
नया शहर बनने से लाखों लोग यहां आसानी से बस सकेंगे। जो लोग गांव में जमीन बेच रहे हैं, उन्हें बढ़िया कीमत मिलेगी। आसपास के नौजवानों को काम मिलेगा– बिल्डिंग, लेबर, दुकान, गाड़ी चलाना, चौकीदारी– बहुत से काम शुरू हो जाएंगे। छोटे दुकानदारों और किसानों को अपना सामान बेचने के भी कई मौके मिलेंगे। जिनके पास अच्छी दुकानदारी या हॉस्पिटल खोलने का सपना था, उनके लिए नया मौका आ जाएगा।
कुछ चिंता भी है गांववालों को
कुछ किसान और बुजुर्ग थोड़े परेशान भी हैं कि अपना गांव, अपनी पुश्तैनी जमीन और यादें छूट जाएंगी। लेकिन सरकार ने भरोसा दिलाया है कि किसी के साथ ज्यादती नहीं होगी। सबको मुआवज़ा, नया मकान/प्लॉट, और रोजगार दिलाने की प्राथमिकता रखी जाएगी। स्कूल-कॉलेज और हॉस्पिटल तो हर हाल में पास में ही दिए जाएंगे।
सरकार का वादा और इलाके का भविष्य
सरकार चाहती है कि यूपी में रहने वाले हर व्यक्ति को शहर जैसी सुविधाएं मिलें। इसी सोच के तहत ये नया शहर बसाया जा रहा है जिससे प्रदेश आगे बढ़े, नए लोग आएं, कारोबार चले और हर किसी को काम-काज मिले।भविष्य में इस शहर का नाम और पहचान बड़े शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर या मेरठ के बराबर भी आ सकता है।
कुल मिलाकर यूपी में विकास की रफ्तार सच में तेज हो गई है। अब जब नए शहर बसने लगेंगे, तो बच्चों की पढ़ाई, इलाज, रोजगार, सब बहुत आसान हो जाएगा। घर-दुकान का सपना लिए जो लोग आज तक छोटे गांव में रह रहे थे, उनके लिए अब बड़ा मौका है।

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