संर्घष के दिनों में असरानी ने ऐसे काटा समय, कभी चलाई साइकिल की दुकान तो कभी किया कालीनों का काम
परिवार में रहने वाले उनके भतीजे समेत अन्य लोग किसी से भी ज्यादा बात करने की मंशा में नहीं दिखे. उनके भतीजे ने सिर्फ इतना ही कहा कि, परिवार शौक में है, लिहाजा अभी किसी से बात नहीं कर रहा.
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