जेवर एयरपोर्ट की डेडलाइन फिर बढ़ी
ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। नोएडा एयरपोर्ट के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए समय सीमा में तीसरी बार बदलाव करना पड़ा है। अब इसके लिए 30 जून की तारीख तय की गई है। गत दिनों निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस बारे में निर्देश दिए थे।
वैमानिकी सूचना प्रकाशन (एआईपी) प्रक्रिया पूरी होने से पहले एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया (एएआई), नागर उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो और नागर विमानन निदेशालय (डीजीसीए) की संयुक्त टीम एयरपोर्ट की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी।
इसके बाद एरोड्रम लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। हालांकि, गेहूं की फसल काटने के लिए 2 हजार से ज्यादा श्रमिक एयरपोर्ट साइट से चले गए हैं। ऐसे में इस बार भी तय समय पर काम पूरा करने की चुनौती रहेगी।
टीम के निरीक्षण में काम संतोषजनक मिला तो यह पहले चरण की उड़ान की दिशा में बड़ा कदम होगा। पिछले निरीक्षण के दौरान एएआई की टीम ने एयरपोर्ट की कई व्यवस्थाओं में तकनीकी और संरचनात्मक खामियां बताते हुए सुधार के सुझाव दिए थे। अब देखा जाएगा कि उन पर कितना अमल हुआ है।
एयरपोर्ट पर ट्रायल सफल होने के बाद एरोड्रम लाइसेंस के साथ ही वैमानिकी सूचना प्रकाशन की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। एएआई की ओर से एआईपी पब्लिकेशन भी किया जा चुका है। इसके तहत अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ की वेबसाइट पर सभी देशों को नए एयरपोर्ट शुरू होने की जानकारी दी जाती है। 6 मार्च को शुरू हुई 70 दिन की यह प्रक्रिया 15 मई को पूरी हो रही है। इससे पहले 10 मई को टीम निरीक्षण कर चुकी है।
यात्री सुविधाओं का काम पूरा, निर्माण कार्य ही बाधा
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के अनुसार 10 एयरोब्रिज तैयार हैं। एलिवेटर व बैगेज सिस्टम लगा दिया गया है। रनवे, एप्रन, एटीसी टावर सहित अन्य काम पूरे हो गए हैं। मगर, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम डेढ़ महीने पहले जैसी स्थिति में ही है। 40 फीसदी काम होने की वजह से अब संचालन के लिए इन दोनों के विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं।
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