पीएम मोदी ने तय कर दी भारत की नई ‘युद्ध नीति’
विनोद शील
नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत द्वारा की गई कार्रवाई से घुटनों के बल नीचे आए आतंकवादियों के आका पाकिस्तान की गुहार के बाद हुए सीजफायर के उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम 22 मिनट के पहले संबोधन की एक-एक लाइन ध्यान से पढ़ी, देखी और समझी जानी चाहिए। पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को साफ शब्दों में यह बता दिया कि आज का यह नया भारत कैसा है, क्या–क्या कर सकता है। आतंकी हमले के सबूत जुटाने और इंसाफ के लिए दुनिया को दिखाने में भी आज का हाईटेक भारत हर तरह से कामयाब रहा। प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की इन दो लाइनों पर गौर किया जाना जरूरी है। आतंक पर प्रहार अब न्यू नॉर्मल है और कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। अब नए भारत की यही नई ‘युद्ध नीति’ है।
पीएम मोदी का यह दुनिया को संदेश है कि हमें शांति से जीने दीजिए, नहीं तो तारीख और वक्त हम तय करेंगे। संयोग देखिए कि दिन बुद्ध पूर्णिमा का होता है, उस बुद्ध पूर्णिमा का जिस पर 1974 में पोकरण में बुद्ध मुस्कुराए थे। भारत ने परमाणु ताकत हासिल की थी और युद्ध में शांति के लिए नई लकीर खींची गई थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए पराक्रमी सेना, खुफिया एजेंसियों, वैज्ञानिकों और अर्ध सैनिक बलों को सैल्यूट
2025 की बुद्ध पूर्णिमा पर पीएम मोदी ने दुनिया के सामने पाकिस्तान के लिए नई ‘रेडलाइन’ खींच दी है। पीएम मोदी के अब तक के सबसे पावरफुल माने जा रहे भाषण में दिया गया संदेश सिर्फ आतंकियों, उनके आकाओं और पाकिस्तान के लिए ही नहीं था बल्कि दुनिया को भी भारत की तरफ से साफ एलान था।
सं देश भारतीय जवानों के शौर्य का श्रेय लूटने की जुगत में लगे अमेरिका के लिए भी था कि जख्म हमें मिला है तो इलाज भी हम ही करेंगे। हमें अमेरिकी या किसी दूसरे मुल्क का डॉक्टर नहीं चाहिए। पीएम मोदी ने दुनिया को यह भी स्पष्ट कर दिया कि यह नया भारत है। आतंकी हमले के सबूत लेकर इंसाफ के लिए उधर-उधर भटकने का वक्त अब जा चुका है। भारत तत्काल उसका इलाज करने में स्वयं सक्षम है। भारत अब जख्म को नासूर नहीं बनने देगा। यहां ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू होते समय का जरा सेना की ब्रीफिंग में दिखाए गए उस वीडियो को याद कीजिए। 2001 से लेकर पहलगाम अटैक तक के सारे जख्म के बाद पिक्चर ‘नो मोर’ पर खत्म हुई थी। पीएम मोदी के भाषण का निचोड़ भी वही ‘नो मोर’है।
राष्ट्र के नाम संबोधन में वह भारत की पराक्रमी सेना के साथ खुफिया एजेंसियों, वैज्ञानिकों और अर्ध सैनिक बलों को सैल्यूट से बात शुरू करते हैं और तीन बार भारत माता की जय के साथ अपनी बात खत्म करते हैं। इन 22 मिनट में पीएम मोदी की पाकिस्तान के लिए सबसे खास लाइन है- आतंक पर प्रहार अब न्यू नॉर्मल है। यानी पाकिस्तान अब इसकी आदत डाल ले। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत का वह टिक-टिक करता बम है जो किसी भी आतंकी हरकत पर पाकिस्तान के सीने पर जाकर ही फटेगा। पीएम मोदी की दूसरी लाइन थी- न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब भारत नहीं सहेगा। न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक प्रहार करेगा। यह दुनिया के लिए क्लियर मैसेज है। ट्रंप के लिए भी, जो अपने ट्वीट में पाकिस्तान के भी परमाणु संपन्न मुल्क होने की बात कह रहे थे। दरअसल, भारत का यह ‘नया वॉर डॉक्टि्रन’ है। दुनिया के लिए संदेश है कि अब से पाकिस्तान में आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग करके नहीं देखा जाएगा। पीएम मोदी के संबोधन की एक खास बात यह भी रही कि इसमें देश की ताकत पर विश्वास का प्रदर्शन था जबकि दुनिया को यह मैसेज भी दिया गया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज ने विदेशी नेताओं के हाथ जोड़े ।
भारत ने पाकिस्तान के सीने पर किया वार ‘
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी। भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया।
न यह समय युद्ध का, न आतंकवाद का
पीएम बोले, निश्चित तौर पर यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युग आतंकवाद का भी नहीं है। मेड इन इंडिया हथियार का समय आ चुका है। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर को खत्म करना होगा। टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकते। टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं हो सकता।
पीएम मोदी ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है, न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार, जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं; वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा।
पीएम मोदी ने बताया, क्यों किया पाक डीजीएमओ ने फोन?
प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सुहाग उजाड़ा था। इसलिए भारत ने आतंक के हेडक्वार्टर उजाड़ दिए। इस तरह से पीएम मोदी ने आतंक के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया। साथ ही कहा कि भारत की पहले तीन दिन की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने का रास्ता खोज रहा था। वह दुनिया में गुहार लगा रहा था। उन्होंने कहा कि बुरी तरह से पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ को फोन किया, तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे। यह शरीफ के उस दावे से उलट है कि जिसमें शरीफ ने कहा कि पाकिस्तानी सेना का ‘ऑपरेशन बुनयान-उन-मरसूस’ सफल रहा और भारत की कार्रवाई का पेशेवर तरीके से जवाब दिया गया।
मोदी का ट्रिपल एक्शन फॉर्मूला
1. आतंकी हमला हुआ तो अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर अपने समय पर जवाब देंगे। यानी घर में घुसकर पटक कर मारेंगे, कोई बचाने नहीं आएगा।
2. कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। पाकिस्तानियों के पाव-पाव भर वाले एटम बम की गीदड़ भभकी को मार-मारकर धुंआ कर दिया।
3. आतंकी सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। आतंकियों को मारने के साथ उन्हें पालने वाले भी बचेंगे नहीं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ जारी
– पीएम मोदी ने कहा कि देश की सेनाओं ने अपने पराक्रम का शानदार परिचय दिया है और अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ही भारत का न्यू नॉर्मल है। यह स्थगित हुआ है पर रुका नहीं है।
-पाक की गुहार के बाद सैन्य कार्रवाई सिर्फ स्थगित की। अगर दोबारा हमला हुआ तो इस बार पहले से कहीं ज्यादा यानी कि और बुरी मार मारेंगे। पाकिस्तान की सरकार को भी क्लियर मैसेज दे दिया गया है।
मोदी की दो टूक, अब पाक से बात पीओके और आतंकवाद पर ही होगी’
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर देश को किए संबोधन में पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की कर्रवाई जारी रहेगी और ऑपरेशन सिंदूर भी जारी है। पीएम मोदी ने साफ किया कि अगर पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर ही होगी।
– आतंक पर प्रहार अब न्यू नॉर्मल है
– कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा
– मेड इन इंडिया हथियार का समय आ चुका
-‘ऑपरेशन सिंदूर’ देश की भावनाओं का प्रतिबिंब
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