वो सपनों के पंख लेकर उड़ी थी, ताबूत में घर लौटी... मैथली के शव से लिपटकर बेसुध हो गईं मां और बहन

जिस बेटी को माता-पिता ने बहुत ही उम्मीदों से पढ़ाया-लिखाया और उसके सपनों को उड़ान दी, उनको कहां पता था कि एक दिन वह बेटी ताबूत में बंद होकर गांव वापस लौटेगी. इस हादसे से मैथली का परिवार पूरी तरह से टूट चुका है.

Hindi