महिलाओं की सबसे बड़ी दुश्मन है एनीमिया की बीमारी

ब्लिट्ज ब्यूरो

नई दिल्ली। महिलाओं में कई तरह की बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है। ऑस्टियोपोरोसिस, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और ऑटो इम्यून डिजीज से इन्हें सावधान रहने की बहुत जरूरत है। एक बीमारी इनके अंदर सबसे ज्यादा होने का खतरा होता है और 15 साल से 49 वर्ष की उम्र तक बहुत सतर्क रहना चाहिए।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, 15 से 49 वर्ष की उम्र की करीब 30 प्रतिशत महिलाओं और 37 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को एनीमिया की बीमारी है। पीरियड्स और हॉर्मोनल बदलाव की वजह से यह महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशान करती है। सबसे चिंता की बात यह है कि आयरन की कमी का शुरुआत में पता ही नहीं चलता, जो कि एनीमिया का सबसे प्रमुख कारण है।
शरीर में खून की कमी बेहद खतरनाक हो सकती है और यह सारी ताकत निगल सकती है। हमेशा बस बिस्तर या सोफा पर लेटे या बैठे रहने का मन करता है। सैन डिएगो में रहने वाली लाइसेंस्ड नैचुरोपैथिक डॉक्टर और हॉलिस्टिक न्यूट्रिशनिस्ट डा. पेड़ी मिरामाडी ने आयरन डेफिशिएंसी के 3 गंभीर लक्षण बताए हैं, जिन्हें पहचानने में कई बार डॉक्टर भी चकमा खा जाते हैं।
फेरिटीन की जांच जरूरी
डॉक्टर का कहना है कि अधिकतर डॉक्टर इन 3 लक्षणों के दिखने पर आयरन लेवल टेस्ट करते हैं लेकिन इससे हम आयरन की कमी शुरू होने का पता नहीं लगा सकते हैं। कई बार आयरन लेवल सही होता है, लेकिन फेरिटिन का लेवल गड़बड़ा जाता है। यह एक प्रोटीन है, जो शरीर में आयरन को स्टोर करके रखता है। इसकी कमी से भी ये लक्षण दिखाई देते हैं।
शरीर में पर्याप्त आयरन न अपना होने से इसकी डेफिशिएंसी बन जाती है। रेड ब्लड सेल्स बनाने में आयरन खूब मदद करता है। इन्हीं रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन होता है, जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है। जाहिर है कि आयरन कम होने से हीमोग्बोलिन भी कम हो जाएगा और आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया हो जाता है।
अगर किसी महिला को हमेशा थकान रहती है और लेटने का मन करता है तो उसका आयरन कम हो सकता है। अक्सर यह लक्षण पहचानने में चूक हो जाती है। डॉक्टर का कहना है कि लो एनर्जी क्रोनिक फटीग से हो सकती है, जो खुद कई सारे खतरनाक समस्याओं का लक्षण है। कई बार यह बहुत ज्यादा तनाव लेने या नींद की कमी से भी हो सकता है।
सिर घूमना या चक्कर आना
इस न्यूट्रिएंट की कमी से जूझने वाले अधिकतर लोगों में सिर घूमने की शिकायत होती है। जो कि अक्सर खड़े होने या किसी फिजिकल एक्टिविटी करने में ज्यादा होती है। यह हीमोग्लोबिन कम होने का संकेत हो सकता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है।
हाथ-पैर ठंडे होना
यह लक्षण महिलाओं में काफी आम है। उनके हाथ या पैर ठंडे हो जाते हैं। यह हाथ-पैर में ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ने से हो सकता है, जो कि पर्याप्त आयरन न होने की निशानी है। इन 3 लक्षणों के दिखने पर बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं और आयरन के साथ फेरिटिन का टेस्ट भी करवाएं।

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