एफटीए विकास का ‘लॉन्चपैड’ 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा भारतः पीएम स्टार्मर

विनोद शील

नई दिल्ली। भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। भारत इस समय विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और बड़े-बड़े देशों की जीडीपी दर भारत से बहुत पीछे है। भले ही कुछ संकुचित नजरिए वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकॉनमी’ कहें पर सच तो यही है कि तमाम देश आज भारत के साथ अपना व्यापार बढ़ाने को उत्सुक हैं और मुक्त व्यापार समझौता (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट-‘एफटीए’) करना चाहते हैं।
अभी कुछ माह पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब ब्रिटेन की यात्रा पर गए थे तब उन्होंने वहां ब्रिटेन के साथ एफटीए को फाइनल किया था। इसी एफटीए की औपचारिकताओं को और गति प्रदान करने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के लिए मुंबई पहुंचे। प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा थी। मुंबई में स्टार्मर ने भारत के कसीदे पढ़ते हुए कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ व्यापार समझौता 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनने को तैयार भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक ‘‘लॉन्चपैड” है।
स्टार्मर ब्रिटेन के व्यापार जगत के शीर्ष नेताओं, उद्यमियों और विश्वविद्यालय के कुलपतियों समेत संभवतः किसी भी देश के अब तक के सबसे बड़े 125 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुंबई पहुंचे थे। मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि अब ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटीज भारत में कैंपस खोलने जा रही हैं। साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी के गुरुग्राम कैंपस का हाल ही में उद्घाटन हुआ है और छात्रों का पहला बैच प्रवेश भी ले चुका है।
पीएम मोदी ने बताया कि हमने मिलिट्री ट्रेनिंग में सहयोग पर समझौता किया है। इसके तहत भारतीय वायुसेना के ‘फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर’ ब्रिटेन की रॉयल एयरफोर्स में ट्रेनर्स के रूप में काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत की गतिशीलता और ब्रिटेन की विशेषज्ञता मिलकर एक अद्वितीय तालमेल बनाती है। हमारी साझेदारी भरोसेमंद है, टेलेंट और टेक्नोलॉजी ड्रिवन है।
अनेक क्षेत्रों में सहयोग के लिए हुई वार्ताः मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार हैं और दोनों देशों के बीच साझेदारी वैश्विक स्थिरता एवं आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण आधार बन रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत और ब्रिटेन सैन्य प्रशिक्षण में सहयोग पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि ‘हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में ब्रिटेन के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
यूक्रेन संघर्ष और गाजा मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांति बहाल करने के सभी प्रयासों का समर्थन करता है। दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन संबंधों को बढ़ावा देने पर व्यापक रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए बातचीत की।
कीर स्टार्मर के साथ व्यापक वार्ता के बाद पीएम मोदी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भारत-ब्रिटेन संबंधों का आधार लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन जैसे मूल्यों में साझा विश्वास है। वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में स्टार्मर ने कहा कि भारत-ब्रिटेन का संबंध खास है। उन्होंने भारत की विकास गाथा को उल्लेखनीय बताते हुए कहा, ‘‘हम भविष्य पर केंद्रित एक नई आधुनिक साझेदारी गढ़ रहे हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘पीएम कीर स्टार्मर के नेतृत्व में भारत और ब्रिटेन के संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
इस साल जुलाई में, मेरी ब्रिटेन यात्रा के दौरान, हमने ऐतिहासिक व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (सीएटीए) पर हस्ताक्षर किए थे।’ पीएम मोदी और स्टार्मर ने सीईओ फोरम समेत ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में भी भाग लिया।
दोनों देशों में रोजगार बढ़ाना है : स्टार्मर
कीर स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटेन और भारत का साझा लक्ष्य दोनों देशों में नए निवेश सुनिश्चित करना और रोजगार सृजन करना है। स्टार्मर बोले कि व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते से दोनों देशों के बीच आयात लागत कम होगी, युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, व्यापार बढ़ेगा और इससे हमारे उद्योगों और उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
समझौते पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही महीनों के भीतर आपकी भारत यात्रा, जिसमें आपके साथ अब तक का सबसे बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल आया है, भारत-ब्रिटेन साझेदारी में नए जोश का प्रतीक है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कुछ महीने पहले अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया दुर्घटना पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और भारत के लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं भी दीं।
इसके पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई के राजभवन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर का स्वागत किया था। उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हुई जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर के कारण दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं में अस्थिरता का माहौल है।
इस वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के बीच अब भारत और ब्रिटेन के बीच मजबूत साझेदारी की उम्मीदें बढ़ गई हैं।भारत दौरे पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने जुलाई में भारत के साथ एक बड़ा व्यापार समझौता किया था-जो किसी भी देश द्वारा किया गया सबसे अच्छा समझौता है लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती… यह केवल एक कागज का टुकड़ा नहीं है। स्टार्मर ने कहा कि भारत में विकास का मतलब ब्रिटिश लोगों के लिए देश में अधिक विकल्प, स्थिरता और रोजगार है।

बोले मोदी
यूके के 9 विश्वविद्यालय अब भारत में अपने कैंपस खोलेंगे
वार्ता व कूटनीति के जरिए यूक्रेन में शांति बहाली के समर्थक

बोले कीर
व्यापार समझौता केवल एक कागज का टुकड़ा नहीं है
भारत में विकास का मतलब ब्रिटिशर्स के लिए अधिक विकल्प, स्थिरता और रोजगार

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