रामचरितमानस की चौपाई 'भय बिनु होइ न प्रीति' का जानिए क्या है अर्थ

आपको बता दें कि यह पंक्ति प्रभु श्रीराम ने तब बोला था जब लंका चढ़ाई के लिए समुद्र ने उन्हें जाने का रास्ता नहीं दिया था.

Hindi