40 वर्ष बिना जुर्म काटी सजा, 104 की उम्र में बरी हुए लखन का दर्द रुला देगा
लखन ने इस पूरे मामले की सुनवाई के लिए हाईकोर्ट इलाहाबाद का रुख किया. लखन के वकील ने बताया कि इस मामले में कई महत्वपूर्ण सबूतों की कमी थी और न्यायालय ने मामले की गंभीरता से समीक्षा की. अंततः अदालत ने 48 साल की लंबी लड़ाई के बाद लखन को निर्दोष मानते हुए उन्हें बरी कर दिया.
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